| 1. | यह रंजक द्रव्य (मेलेनिन) गर्मी से त्वचा की रक्षा करता है।
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| 2. | यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है।
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| 3. | यांत्रिक परिवर्तनों में शंकु छोटे हो जाते हैं और षड्भुजाकार कोशिकाओं में रंजक द्रव्य अपनी प्रक्रियाएँ आरंभ करते हैं।
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| 4. | त्वचा के बाहरी स्तर में मेलेनिन नामक एक रंजक द्रव्य रहता है, जिस पर त्वचा का रंग निर्भर करता है।
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| 5. | यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है।
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| 6. | किसी सांद्रित और स्निग्ध आधार (पदार्थ) में थोड़े से घुले हुए और मुख्यतया आलंबित (सस्पेंडेड) रंजक द्रव्य की ओष्ठरंजक-शलाका का नाम लिपिस्टिक है।
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| 7. | किसी सांद्रित और स्निग्ध आधार (पदार्थ) में थोड़े से घुले हुए और मुख्यतया आलंबित (सस्पेंडेड) रंजक द्रव्य की ओष्ठरंजक-शलाका का नाम लिपिस्टिक है।
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| 8. | यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है।
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| 9. | यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है ।
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| 10. | रासायनिक संघटन: सोनापाठा की जड़ व तने की छाल में 3 फ्रलेवोन रंजक द्रव्य ओरोक्सीलिन ` ए ' बैकेलिन और क्राइसिन होते हैं।
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